282 मोबाइल की रोशनी में हुई डिलेवरी, जनरेटर और सोलर प्लेट बने शोपीस।


 डिंडोरी सरकार और प्रशासन के लाख दाबो के बाद भी डिंडोरी आदिवासी बाहुल्य जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था इन दिनों पटरी से उतर गई है। भगवान भरोसे चल रही यह स्वास्थ्य व्यवस्था का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक बार फिर डिंडोरी जिले के विकास खंड बजाग मुख्यालय पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बजाग में रात के अंधेरे में मोबाइल की रोशनी से डिलेवरी करानी पड़ी। जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था का आलम यह है कि अंधेरे में मोबाइल से डिलेवरी कराना अब आम बात हो गई है। जिले के रहवासियों को अब इस तरह की लापरवाही से रूबरू होने की आदत सी हो गई है वहीं दूसरी ओर इस तरह की लापरवाही से यदि जच्चा बच्चा को  किसी तरह का नुक़सान होने पर ज़िम्मेदार कौन होगा। हालांकि क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर प्रशासन लाख दाबे करे पर विभागीय अमला और स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के चलते अंधेरे में मरीजों का हलाकान होना आम हो चला है।

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