बहोदीबंद के 146 गांवों को मिलेगा नर्मदा का पानी, 1105 करोड़ रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति
कटनी/बहोरीबंद : (संदीप मौर्य) भीषण पानी की किल्लत से जूझते बहोरीबंद पठार क्षेत्र के लिए मंगलवार की शाम उल्लास और उत्साह लेकर आई। खबर यह है कि विधायक प्रणय प्रभात पांडे के भागीरथी प्रयासों को सफलता हासिल हुई है और नर्मदा घाटी विकास - प्राधिकरण ने बहोरीबंद माइक्रो उद्वहन सिंचाई की 1105 करोड़ रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति जारी करने के बाद निविदा फाइनल कर दी है। जिसके बाद इसके निर्माण का - मार्ग प्रशस्त हो गया है। जिसमे नर्मदा दाई तट नहर से 12 क्यूमेक्स पानी इस योजना में सप्लाई किया जाएगा। जिससे बहोरीबंद जलाशय में पानी - पंहुचेगा। इसके साथ बहोरीबंद विधानसभा के 146 गांव सहित कुल 151 गांव की 80हजार - हेक्टेयर भूमि नर्मदा के पानी से सिंचित होगी। नर्मदा घाटी विकास विभाग के द्वारा पूर्व में जारी किए गए टेंडर की फाइल बंद होने के बाद उम्मीदों पर पानी फिरने लगा था लेकिन क्षेत्रीय विधायक प्रणय प्रभात पांडे के लगातार प्रयासों से फाइल फिर से आगे बढ़ी और निविदा जारी होने के बाद इसके फाइनल होते ही क्षेत्र की दशकों पुरानी पानी की मांग पूर्ण होने का पहला चरण पार हो गया। एनवीडीए ने बहोरीबंद लिफ्ट इरीगेशन के लिए 1105 करोड़ की प्रशासकीय स्वीकृति जारी करते हुए 836 करोड़ जीएसटी रहित टेंडर जारी किया था। इस प्रोजेक्ट के लिए अगले एक महीने में वर्क ऑर्डर होने की संभावनाएं बन गई हैं। जिसके बाद बहोरीबंद माइक्रो लिफ्ट इरीगेशन के इस प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू हो जाएगा।
जिले के सर्वाधिक जल संकट वाले इस क्षेत्र में दशको
से लोगों की यह प्रमुख मांग रही है। विधायक प्रणय पांडेय के लगातार प्रयासों स्वीकृत बहोरीबंद माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना में अपेक्षित दर पर निविदाकार न आने पर तीन महीने से प्रक्रिया रूक गई थी। साथ ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी होने से प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पर रही थी लेकिन आचार सहिता हटते ही प्रोजेक्ट ने रफ्तार पकड़ी है।
प्रोजेक्ट में नर्मदा दायीं तट नहर के डाउन स्ट्रीम से मशीनों से पानी लिफ्ट करके पाईपों के माध्यम से कूड़न जलाशय में गिराया जाएगा। इसके लिए 12 क्यूबिक मीटर घन पानी प्रति सेकेंड लिफ्ट किया जाएगा। यहां से पानी का वितरण पाइप लाइन से 151 गांव के खेतों की 80 हजार एकड़ की फसलों तक पंहुचेगा। इसके लिए सिंहुडी बाकल केवलारी निपनिया में पहाड़ पर तीन ओवर हैड टैंको का निर्माण भी होगा। इन्ही से होकर सेक्टर वाइज गांवों को पर्याप्त पानी की सप्लाई होगी।