डबरा सिविल अस्पताल इन दिनों अधिकारियों के एक निर्णय से चर्चा में है, तो वहीं डबरा के सिविल अस्पताल के सीबीएमओ के प्रतिवेदन पर निर्णय बीसीएम का प्रभार देने के आदेश का हुआ जिस पर से आशा कार्यकर्ताओं ने पूरा मामला पर अपनी आकर्षित प्रतिक्रिया देते हुए सीबीएमओ से कहा कि आप अतेंद्र सिंह रावत के अलावा किसी को भी प्रभारी बना दे हमे कोई परेशानीनहीं है जिस पर से 30 से 35 आशा कार्यकर्ताओं एकत्रित होकर कलेक्टर की जनसुनवाई में आवेदन लेकर पहुंचे जहां पर आदेश को निरस्त करने की निवेदन किया। मामला इस प्रकार है कि, पिछले साल डबरा सिविल अस्पताल में बीसीएम का प्रभार अतेंद्र सिंह रावत (नेत्र सहायक) के पास था, जिनके प्रभार के समय डबरा क्षेत्र की आशा, कार्यकर्ताओं ने श्री अतेंद्र सिंह रावत की कार्यशैली पर ऐतराज जताते हुए उनकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को की थी, उस समय मामला प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया छाया रहा था बाद में कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर ने अपने कारण बताओ सूचना पत्र दिनाँक 31,01,24 के द्वारा संबंधित बी सी एम अतेंद्र सिंह रावत से जबाब तलब करते हुए उनके द्वारा अपने पदीय दायित्वों का निष्ठा पूर्वक पालन न करने और विभाग की छवि को धूमिल करने वाला बताया था, साथ ही इस कारण बताओ सूचना पत्र में यह भी उल्लेख किया गया था कि, आपका यह कृत्य मध्यप्रदेश सिविल सेवा अधिनियम 1965 और मध्यप्रदेश पब्लिक हेल्थ 1994 के प्रावधानों के विपरीत होकर कदाचरण और स्वेच्छाचारिता का धोतक है,
फरवरी में हटाया गया प्रभार
कारण बताओ सूचना पत्र के बाद विभाग द्वारा अपने एक अन्य आदेश दिनांक 02,02,24 द्वारा कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर ने उक्त अतेंद्र सिंह रावत से बी सी एम का प्रभार हटा कर उन्हें उनके मूल पद नेत्र सहायक पर भेजते हुए श्री प्रदीप कुमार एम पी डब्ल्यू को सौंप दिया था और तब से वही इस पद पर काम देख रहे थे,
अब फिर बना दिया गया बीसीएम
देखने वाली बात यह है कि जिन अतेंद्र सिंह रावत को विभाग ने उनका बी सी एम पद पर कार्य संतोषजनक न पाने के चलते प्रभार से मुक्त किया था उन्ही अतेंद्र सिंह रावत को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अपने आदेश क्रमांक/स्था/2024/4807 दिनांक 31,07,24 के द्वारा पुनः बी सी एम का प्रभार सौंप दिया है, जिसको लेकर पूरे सिविल अस्पताल डबरा में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर के निर्णय को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है।
..एकत्र आशा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट पहुंचकर जनसुनवाई में बीसीएम अतेंद्र सिंह रावत के आदेश को निरस्त करने का आवेदन जनसुनवाई में प्रस्तुत किया है जिस पर से जनसुनवाई कर रहे जिला पंचायत सीईओ ने तत्काल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर के मोबाइल नंबर पर सम्पर्क कर मामले से अवगत कराया। जिस पर से सीएमएचओ डॉ रामकुमार राजौरिया ने सभी आशा कार्यकर्ताओं से कहा आप निश्चित होकर जाएं मेरे द्वारा दिया गया आदेश को निरस्त कर दिया जाएगा।आप अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करें।