17 मार्च 2008 से 25 मार्च 2008 तक इस फाइल पर लिख दिया गया कि लेटर ऑफ इंटेंट तत्काल दिया जाए. कहा जा रहा है कि सीएलयू के बाद ही इस जमीन पर असल खेल शुरू हुआ और ये जमीन 7 करोड़ से 50 लाख पर अपने आप पहुंच गई.