पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिती में हार्दिक पटेल के साथी एक के बाद एक उनका साथ छोड़ रहे हैं. साथ छोड़ने वालों का आरोप है कि हार्दिक मनमानी करता है. तो वहीं जानकार इसे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की राजनीतिक चाल के तौर पर देख रहे हैं.
पहले केतन और चिराग पटेल, फिर सूरत के कन्वीनर निखिल सवानी और उसके साथ दूसरे साथी और आरक्षण आंदोलन समिती के लोग अब हार्दिक पटेल का साथ छोड़ रहे हैं. दरअसल केतन पटेल और चिराग पटेल ने कुछ दिनों पहले एक खुला पत्र लिख कर हार्दिक पटेल पर आरोप लगाया था कि वे अपनी मनमानी करता है, उसने आंदोलन के जरिए पैसे इक्कट्ठे किए हैं. यह भी आरोप लगाया गया कि हार्दिक जेल में रहकर न सिर्फ करोड़पति बन गया है बल्कि वह आंदोलन का राजनीतिक फायदा भी उठा रहा है. निखिल सवानी ने भी यही आरोप लगाए हैं.