भूख और बेरोजगारी के आगे डिग्री, पद, प्रतिष्ठा कुछ मायने नहीं रखता. उत्तरप्रदेश ने अलग-अलग नगर निगमों में सफाईकर्मियों की भर्ती के निकली वेकैंसी ने सरकार के शिक्षा और रोजगार के दावों की चूल हिला दी है.
सफाईकर्मी पोस्ट के लिए आवेदकों की भीड़
उत्तर प्रदेश के शहर दर शहर पोस्ट ऑफिस के बाहर बस एक ही दृश्य है. आवेदन फॉर्म जमा करने की लंबी-लंबी कतारें लगी दिखीं. इन कतारों में सबसे ज्यादा भीड़ उन लोगों की है जिन्होंने अपनी पढाई कम से कम इस पद के लिए यानी सडकों पर झाड़ू लगाने और नाले साफ करने के लिए तो नहीं ही की थी.